Sunday 11 January, 2009

कांग्रेस जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर खेमेबाजी तेज

उत्तर पश्चिम व उत्तर मुंबई में कृपाशंकर,राणे,कामत गुट में घमाशान

मुंबई,१२ जनवरी ( विजय यादव ) । मुंबई कांग्रेस की नई कमिटी के गठन के साथ-साथ ही जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों ने कांग्रेस की भीतरी सरगर्मिया बढ़ा दी है। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर मुंबई व उत्तर पश्चिम जिले में देखा जा सकता है। अपने-अपने चहेतों को जिला अध्यक्ष बनाने की जुगत में गुरुदास कामत,प्रिया दत्त ,कृपाशंकर सिंह व नारायण राणे जैसे दिग्गज भी पीछे नही है। कृपा शंकर की नई कमिटी घोषित होने के तुंरत बाद शहर के सभी जिला अध्यक्षों की घोषणा किए जाने की सम्भावना है। इसके लिए लगभग सभी संभावित अध्यक्ष इन दिनों कृपा भइया के घर का चक्कर लगा रहे है।

उत्तर पश्चिम मुंबई से पुराने कांग्रेसी जया पेंगल ,बलदेव खोसा ,सुभाष पासी,समीर देशाई व कमरुद्दीन मर्चेंट का नाम सामने आया है। इनमे दो दावेदार सांसद प्रिया दत्त के समर्थक है। सुभाष पासी व कमरुद्दीन मर्चेंट दोनों ही प्रिया दत्त के खेमे के माने जाते है। ख़बर यह भी है की प्रिया ने दोनों को ही जिला अध्यक्ष बनवाने का वादा किया है। एक ही जिले से दो लोगो को प्रिया कैसे जिला अध्यक्ष बनाएंगी यह फार्मूला उन्ही को पता होगा । पार्टी सूत्रों की माने तो इन दोनों की लड़ाई में किसी तीसरे को उत्तर पश्चिम का जिला अध्यक्ष बनाया जा सकता है। कमरुद्दीन जिले के वर्त्तमान अध्यक्ष है। नए परसीमन में उत्तर पश्चिम जिले में ६ विधानसभा है। अँधेरी (पश्चिम),अँधेरी(पूर्व),वर्सोवा,जोगेश्वरी,दिंडोशी व गोरेगाव । इसी जिले से नगरसेवक समीर देशाई भी जिला अध्यक्ष बनना चाहते है। समीर देशाई गुरुदास कामत खेमे के है। पार्टी की भीतरी राजनीति को देखे तो कृपा का कामत से कभी कोई तालमेल नही बैठा । इन सभी विवादो को दूर रख पार्टी वाकई संगठन के हित में काम करना चाहती है तो जया पेंगल इसके लिए सबसे फिट माने जाते है।

इसी तरह उत्तर मुंबई में भी जिला अध्यक्ष पड़ को लेकर घमाशान तेज है। यहाँ से अब तक जिन लोगो की दावेदारी सामने आई है उनमे नगर सेवक असलम शेख,राजू सिरसाट,सुनील कोली,वर्त्तमान अध्यक्ष अशोक सुत्राले व हरेश्वर पाटिल का नाम सामने है। उत्तर पश्चिम की तरह यहाँ भी हर कोई अपने समर्थक को अध्यक्ष बनाना चाहता है। प्रिया दत्त जैसी हालत यहाँ गुरुदास कामत की है। कामत के समर्थक राजू सिरसाट व सुनील कोली के बिच यहाँ टकराव बना हुआ है। इसी जिले से नारायण राणे खेमा भी अपने चहेते हरेश्वर पाटिल को अध्यक्ष बनाने की फिराक में है। ख़बर यह भी है की , राणे के फार्मूले पर चलते हुए हरेश्वर पाटिल वर्त्तमान अध्यक्ष अशोक सुत्राले की कमिया गिनाने में जुटे है। पाटिल पार्टी नेताओं को समझा रहे है की,जो अध्यक्ष ख़ुद नगर सेवक का चुनाव नही जीत सका वह आगामी लोकसभा व विधान सभा का चुनाव पार्टी को कैसे जीता सकेगा ? हालांकि वह ख़ुद भी पिछला चुनाव नही जीत सके थे। उत्तर मुंबई में सबसे ज्यादा दावपेंच गुरु-चेले यानी पी यु मेहता व असलम शेख के बिच देखा जा सकता है। कांदिवली विधान सभा से विधायक पी यु मेहता चाहते है की ,असलम शेख को जिला अध्यक्ष बनाया जाय। इसके पीछे उनकी एक तगड़ी सोची समझी राजनीति काम कर रही है। मेहता को डर है की, कही आगे चलकर असलम शेख उनकी विधानसभा सीट पर दावेदारी ना कर दे । ऐसे में उनका जिला अध्यक्ष बनना जरुरी है। असलम शेख का पिछले कुछ समय से जिस तरह क्षेत्र में जनाधार बढ़ा है उसे देखकर पी यु मेहता का घबराना जायज भी है। समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए असलम शेख भौम सिंह राठोड जैसे पुराने कांग्रेसी को पीछे छोड़ प्रभाग समिति अध्यक्ष बनने में सफल रहे। हालांकि असलम शेख के प्रभाग समिति अध्यक्ष बनने के पीछे पी यु मेहता का ही हाथ रहा है। आज इसी असलम से मेहता को ही खतरा पैदा हो गया है।

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