भाजपा भी चाहती है शिवसेना -मनसे के बिच गठबंधन
मुंबई ,२५ नवम्बर। (विजय यादव)। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की मुलाक़ात को लेकर भाजपा कुछ ज्यादाही उत्साहित है। भाजपा चाहती है की महाराष्ट्र में अगला चुनाव शिवसेना और मनसे भाजपा के साथ मिलकर लड़े । मुंबई भाजपा अध्यक्ष व विधायक गोपाल शेट्टी का कहना है की भाजपा हमेशा चाहती है की हिंदू मत एकजुट रहे । उन्होंने शिवसेना -मनसे के संभावित गठबंधन का स्वागत किया है।
मुंबई संध्या से एक बातचीत में गोपाल शेट्टी ने कहा की यह एक अच्छी बात होगी की राज ठाकरे दुबारा अपने घर लौट जांय । इससे हिंदू वोट का विभाजन होने से बच जायेगा . जब उनसे यह पूछा गया की क्या राजा ठाकरे के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर भाजपा का हिन्दी भाषी वोट प्रभावित नही होगा ? तो इसके जवाब में उनका सिर्फ़ इतना कहना था की इसके पहले भी जब राज शिवसेना में थे तब भी भाजपा शिवसेना के साथ थी. रविवार को बालासाहब ठाकरे और राज ठाकरे की मुलाक़ात को राजनितिक हलकों में आगामी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। सभव है की चुनाव के आखिरी वक्त मनसे शिवसेना के साथ आ जाय . यहाँ इस बात की भी अटकले लगाई जा रही है की क्या मनसे का शिवसेना में विलय हो जाएगा या राज गठबंधन की तरह चुनाव में हिस्सा लेंगे ? फिलहाल इस बात पर अभी साफ़-साफ़ कहना कुछ मुश्किल है। लेकिन यह तय है की अगर शिवसेना में राज की वापसी के बाद भी भाजपा सेना साथ अपना गठबंधन जारी रखती है,तो उसे इअसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। राज ठाकरे का उत्तर भारतीय विरोधी अभियान भाजपा के हिन्दी भाषी मतों को उससे दूर कर सकता है।
राज ठाकरे के साथ भाजपा का यह प्यार उसकी दुमुही निति का उजागर करती है। राज ठाकरे के उत्तरभारतीय विरोधी अभियान के दौरान कही भी भाजपा ने मनसे का डटकर विरोध नही किया बल्कि इस मुद्दे पर वह सिर्फ़ औपचारिक बयान देकर अपने को इस विवाद से dur karti रही ।
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